स्किन पर रेड स्पॉट (Red Spot on Skin) की कई वजहें हो सकती हैं। यह इंफेक्शन, एलर्जी और सूजन से हो सकता है। रेड स्पॉट शरीर में कहीं भी नजर आ सकता है। हो सकता है कि कभी-कभी अचानक उग आए रेड स्पॉट चिंता की बात नहीं हो, मगर यह ल्युकेमिया यानि ब्लड कैंसर के संकेत भी हो सकते हैं। ये कभी अचानक निकल आते हैं और खत्म हो जाते हैं और कभी-कभी लंबे समय तक रहते हैं।
त्वचा पर लाल दाग रेड स्पॉट कितने समय तक रहेगी यह काफी हद तक बीमारी के प्रकार पर निर्भर करता है। यह आकार में छोटा या बड़ा दोनों होता है। जहां रेड स्पॉट है वहां दर्द या खुजली भी हो सकती है। अगर शरीर में कहीं भी सूई नोंक के बराबर रेड स्पॉट है तो अलर्ट हो जाइए। यह मेनेंजाइटिस का संकेत है। अगर रेड स्पॉट के साथ तेज बुखार, गर्दन में अकड़ और सांस लेने में परेशानी हो रही है तो यह खतरे का निशान है।
चिकनपॉक्स, मिसल्स और रुबैला में भी त्वचा पर लाल चकते उग आते हैं। ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
हालांकि आमतौर त्वचा पर लाल दाग की वजह एलर्जी और स्किन की बीमारियां ही होती है, उदाहरण के तौर पर-
गंभीर बीमारी
कई गंभीर बीमारियों का प्रारंभिक संकेत है रेड स्पॉट। यह शरीर में सूजन के कारण होता है।विषैले कीड़े-मकौड़े के काटने से भी स्किन पर रेड स्पॉट आते हैं। इसके अलावा ल्यूकेमिया(Blood cancer) और मेनेंजाइटिस जैसी गंभीर बीमारी में भी त्वचा पर लाल दाग होते हैं।
ब्लड प्लेटलेट्स की कमी
शरीर में लाल चकत्ते कई कारणों से हो सकते हैं, इसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। बच्चों के शरीर में प्लेटलेट्स की कमी से रेड स्पॉट हो सकते हैं। इसकी कमी कैंसर, इंफेक्शन जैसे कई कारणों से हो सकती है। लेकिन कई बार एंटी बॉडी भी प्लेटलेट की संख्या कम कर देती है। विटामिन बी 12 की कमी से बच्चों के आरबीसी(RBC) का आकार बड़ा हो जाता है और हीमोग्लोबिन की मात्रा कम हो जाती है। हालांकि इसके लक्षण सामान्य एनिमिया जैसे होते हैं। एप्लास्टिक एनीमिया में लाल रक्त कोशिक, सफेद रक्त कोशिका और प्लेटलेट्स तीनों कम हो जाते हैं।
वायरल इंफेक्शन
बच्चों में हर्पिस (Herpis) की बीमारी से पहले स्किन पर रेड स्पॉट दिखने लगते हैं। यह बीमारी हर्पिस वायरस के संक्रमण से होती है। मिजल्स और चिकनपॉक्स जैसे वायरल बीमारी के शुरुआती संकेत भी रेड स्पॉट ही हैं।
इन कीड़ों के काटने से भी स्किन पर होते हैं रेड स्पॉट :
शहद
अगर एलर्जी, ड्राय स्किन या फिर एक्ने से त्वचा पर लाल दाग हो गए हों या सूजन हो गयी हो तो शहद का लेप काफी राहत पहुंचाता है। शहद को प्राकृतिक एंटी इंफ्लामेट्री दवा माना जाता है। अगर लू या सनबर्न से स्किन पर लाल दाग हैं तो शहद का लेप न लगाएं।
एलोवेरा और कच्चे आम
फ्लू या हीट स्ट्रोक की स्थिति में एलोवेरा के जेल का लेप और कच्चे आम को पका कर उसके गूदे का लेप रेड स्किन, जलन और सूजन को काफी आराम पहुंचाता है।
स्किन को हाइड्रेट रखें
आप जो पानी पीते हैं वह न सिर्फ आपके शरीर को बल्कि आपकी त्वचा को भी हाइड्रेट रखता है। दिन भर में 10 ग्लास पानी पिएं। यह सन बर्न और फ्लू से बचाएगा।
और भी हैं घरेलू नुस्खे -