जानें प्रोस्टेट डिस्ऑर्डर के घरेलू उपचार - Home Remedies of Prostate Disorder in Hindi
3 से 4 लीटर पानी रोजाना पीएं।
भोजन में विटामिन सी की मात्रा ज्यादा लें।
चर्बीयुक्त और वसायुक्त भोजन का प्रयोग बंद कर दें।
रोजाना सोयाबीन खाएं इससे टेटोस्टरोन का लेवल कम हो जाता है।
अलसी को मिक्सी में पीसकर पाउडर बना लें और प्रतिदिन 20 ग्राम पानी के साथ लें।
चाय और कॉफी का सेवन न करें, इससे मूत्राशय ग्रीवा कठोर होती है जिससे पेशाब करने में दिक्कत होती है।
सीताफल के बीज कच्चा या भून कर या फिर दूसरे बीजों के साथ मिलाकर खा सकते हैं। इसे अपने हर दिन के खाने में शामिल किया जा सकता है। इसे सलाद में मिलाकर भी खाया जा सकता है। पोहा में मिलाकर या सूप में डालकर भी खा सकते है।
कच्चे सीताफल के बीज में काफी मात्रा में पोषक तत्व मौजूद होते हैं। जैसे आयरन, फॉस्फोरस, ट्रिप्टोफैन, कॉपर, मैग्नीशियम, मैग्नीज, विटामिन के, प्रोटीन, जरूरी फैटी एसिड और फाइटोस्टेरोल। ये बीज जिंक के बेहतरीन स्रोतों में से एक माने जाते हैं। हर दिन 60 मिलीग्राम जिंक का सेवन प्रोस्टेट से जूझ रहे मरीजों में बेहद फायदा पहुंचाता है और उनके स्वास्थ्य में भी सुधार करता है। इन बीजों में बीटा-स्टिोसटेरोल भी होता है जो टेस्टोस्टेरोन को डिहाइड्रोटेस्टेरोन में बदलने नहीं देता। जिससे इस ग्रंथि के बढ़ने की संभावना न के बराबर हो जाती है।