गर्मियों में घमौरियों की समस्या आम है। ज्यादा पसीना आने या गर्मी में रहने पर बड़ों, बच्चों, यहां तक कि नवजातों (Infants) में भी घमौरी की समस्या हो जाती है। घमौरी होने पर छोटे-छोटे चुभने वाले दानें पीठ, गर्दन तथा शरीर के अन्य हिस्सों पर निकल आते हैं।
कई बार बैक्टीरियल इंफेक्शन (Bacterial Infection) और शरीर का वजन ज्यादा होने से भी घमौरी निकलने की समस्या होती रहती है। यूं तो मौसम में बदलाव होते ही घमौरी की समस्या खुद ब खुद ठीक हो जाती है लेकिन कई दफा समस्या इतनी बढ़ जाती है कि मौसम में बदलाव होने तक का समय काटना भी मुश्किल होता है। ऐसे में कुछ घरेलू उपचारों से घमौरियों से निजात संभव है।
ओटमील - Oatmeal
घमौरियों से निजात के लिए ओटमील बहुत बढ़िया नुस्खा है। ओटमील से घमौरियों में होने वाली जलन (inflammation), चुभन और खुजली (itching) से राहत मिलती है। उपचार के लिए ठंडे पानी से भरे हुए टब में एक कप ओटमील डालें। जब तक पानी दूधिया रंग हो तब तक इंतजार करें और इस पानी में तकरीबन आधा घंटा बैठें। इस उपाय को हर रोज दो बार करें।
ठंडा उपचार - Cold Compress
घमौरी प्रभावित स्थान पर ठंडी सिकाई करने से भी तुरंत आराम मिलता है। बर्फ के कुछ टुकड़ों को कपड़े में लपेटकर प्रभावित स्थान पर सिकाई करें। लगातार तकरीबन 10 मिनट तक ऐसा करें। हर चार से छह घंटे पर ऐसा करें। इससे घमौरियां ठीक हो जाएंगी।
चंदन का पाउडर - Sandalwood Powder
चंदन के पाउडर की ठंडक भी घमौरियों से निजात दिलाने में प्रभावी है। उपचार के लिए चंदन के पाउडर में पानी मिलाकर, लेप बनाएं और प्रभावित स्थान पर लगाएं। इसके अलावा पाउडर की तरह चंदन पाउडर को घमौरियों पर छिड़का भी जा सकता है।
बेकिंग पाउडर - Baking Powder
बेकिंग पाउडर भी घमौरियों से राहत देने का अच्छा उपाय है। यह मृत त्वचा को हटाकर, गंदगी को साफ करता है जो कि खुजली और जलन का कारण होते हैं। उपचार के लिए एक कप ठंडे पानी में एक चम्मच बेकिंग सोडा मिलाकर उसमें एक साफ कपड़ा भिगाकर निचोड़ लें। इस कपड़े को प्रभावित स्थान पर तकरीबन 10 मिनट तक रखें। एक हफ्ते तक हर रोज 5 से 6 बार ऐसा करें।
मुल्तानी मिट्टी - Fuller’s Earth
मुल्तानी मिट्टी भी घमौरी से निजात दिलाने का एक अच्छा घरेलू नुस्खा है। मुल्तानी मिट्टी घमौरी की जलन से निजात दिलाती है और खुजली भी मिटाती है। उपचार के लिए 5 चम्मच मुल्तानी मिट्टी में गुलाब जल मिलाकर लेप बनाएं और इस लेप को प्रभावित स्थान पर लगाएं। इस उपाय को प्रतिदिन एक बार करें।
एलोवेरा - Aloevera
एलोवेरा भी घमौरी से निजात के लिए बेहद अच्छा स्त्रोत है। एलोवेरा के जाते पत्तों का गूदा लेकर प्रभावित स्थान पर लगाएं। तकरीबन 20 मिनट लगा रहने दें और उसके बाद धो दें। प्रतिदिन दो बार ऐसा करने से घमौरियां ठीक हो जाएंगी।
बेसन - Gram Flour
बेसन शरीर का तेल सोख लेता है जिससे घमौरी के दाने जल्दी सूख जाते हैं। यह मृत त्वचा को भी साफ करता है और जलन से राहत देता है। उपचार के लिए बेसन की कुछ मात्रा में पानी मिलाकर लेप बनाएं। इस लेप को प्रभावित स्थान पर 10 से 15 मिनट के लिए लगाकर छोड़ दें। इस उपाय को हर रोज एक बार करें। एक सप्ताह में घमोरियां ठीक हो जाएंगी।
कच्चे आम - Raw Mango
कच्चा आम शरीर की गर्मी को ठंडा करने में बेहद प्रभावशाली हैं। ऐसे में कच्चे आम का पना (एक प्रकार का पेय) बनाकर पीने से गर्मी में राहत मिलती है। पना बनाने के लिए कच्चे आम को उबालकर उसका गूदा अलग करें और ठंडे पानी में मिला लें। इस पानी में स्वादानुसार चीनी, काला नमक और भुना जीरा मिलाएं। इसे हर रोज दो बार पीएं।
खीरा - Cucumber
खीरे में शरीर को ठंडा रखने का गुण होते हैं जो कि घमौरी से भी बचाते हैं। उपचार के लिए खीरे के पतले-पतले टुकड़े काटकर नींबू मिले हुए ठंडे पानी में कुछ देर भिगाकर रखें। इसके बाद इन टुकड़ों को प्रभावित स्थान पर कुछ देर रखें। ऐसा करने से भी घमौरियां जल्दी ठीक हो जाती हैं और खुजली तथा जलन से भी राहत मिलती है।