चिकनगुनिया हाल के दिनों में तेजी से फैलने वाली बीमारी है। मच्छरों के काटने वाली इस बीमारी के कारण तेज बुखार, खून में प्लेटलेट्स की कमी और जोड़ों में तेज दर्द होता है। चिकनगुनिया के दौरान शरीर में काफी कमजोरी आ जाती है जिस कारण शरीर की विभिन्न जोड़ों में दर्द होता है।
चिकनगुनिया के बुखार (Chikungunya Fever) के बाद जोड़ों का दर्द कुछ दिन या सप्ताह तक बना रह सकता है। इससे बचने के लिए निम्न उपाय लाभदायक होते हैं:
लहसुन और सजवायन की फली - Garlic and Drum stick
लहसुन और सजवायन की फली चिकुनगुनिया के इलाज के लिए बहुत बढ़िया है। चिकुनगुनिया में जोड़ों में काफी दर्द होता है, ऐसे में शरीर की मालिश किया जाना बेहद जरूरी है। इसके लिए किसी भी तेल में लहसुन और सजवायन की फली मिलाकर तेल गरम करें और इस तेल से रोगी की मालिश करें।
लौंग और लहसून का तेल - Clove and Garlic Oil
चिकनगुनिया के दौरान दर्द वाले जोड़ों पर लहसुन को पीसकर उसमें लौंग का तेल मिला लेना चाहिए, फिर इस पेस्ट को कपड़े की सहायता से जोड़ों पर बांधने से आराम मिलता है। इससे चिकुनगुनिया के मरीजों को जोड़ों के दर्द (Chikungunya Joint Pain Remedies in Hindi) से आराम मिलता है।
विटामिन सी अधिक लें - Increase intake of Vitamin C
चिकनगुनिया के दौरान होने वाले दर्द को दूर करने के लिए विटामिन सी युक्त आहार अधिक लेना चाहिए। इस समय संतरा, कीवी , पपीता, विटामिन सी की गोलियां आदि खाने से काफी आराम मिलता है।
मसाज - Massage for Joint Pain During Chikungunya
प्राकृतिक तेलों से मसाज करने से भी चिकनगुनिया के दर्द में राहत मिलती है। दर्द वाली जगह पर हल्के गर्म तेलों या कपूर, नारियल और लहसून को मिलाकर बनाए गए तेल की देर तक मसाज करनी चाहिए।
चिकनगुनिया के दौरान जोड़ों के दर्द को दूर करने के अन्य उपाय निम्न हैं:
• पर्याप्त मात्रा में तरल प्रदार्थों, फलों और सब्जियों का सेवन करना चाहिए।
• तुलसी, अदरक या ग्रीन टी का सेवन करना चाहिए।
• जोड़ों पर बर्फ की सेंक से भी काफी राहत मिलती है।
• पपीते के पत्तों को पानी में उबाल कर पीने से भी राहत मिलती है।
• चिकनगुनिया के बुखार के दौरान कभी भी ऐस्प्रिन नहीं लेनी चाहिए।