बुखार कम करने के घरेलू उपाय - Home Remedies for Fever in Hindi

बुखार कम करने के घरेलू उपाय - Home Remedies for Fever in Hindi

जब भी शरीर का तापमान सामान्य से ज्यादा होता है तो यह बुखार कहलाता है। कई बार मौसम में परिवर्तन या संक्रमण के कारण बुखार हो जाता है। बच्चों में इम्यूनिटी कमजोर होने, कान में इंफेक्शन होने या पेशाब में इंफेक्शन होने पर भी बुखार होता है । इतना ही नहीं साफ- सफाई का अभाव होने से भी बुखार होने की संभावना रहती है।

बुखार के सामान्य लक्षणों में सिर दर्द (Headache), मांसपेशियों में दर्द (Muscle pain) , डिहाड्रेशन (Dehydration) , कई दफा कंपकपी (Shivring) तो कई बार पसीना आना और कमजोरी हो सकते हैं। यूं तो बुखार कुछ दिन में ठीक हो जाता है लेकिन फिर भी कुछ घरेलू उपायों का अपनाकर आप जल्दी ठीक हो सकते हैं। घरेलू उपायों के बाद भी यदि बुखार न उतर रहा हो या बढ़ रहा हो तो तुरंत चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए।

बुखार के लिए घरेलू उपचार - Home Remedies for Fever in Hindi

ठंडा पानी - Cold Water

किसी कपड़े को ठंडे पानी में भिगोकर शरीर को पोंछे। इसके अलावा ठंडे पानी की पट्टियां सिर पर रखने से भी लाभ होता हे और शरीर का तापमान कम होता है। कपड़े को समय-समय पर बदलते रहना चाहिए। सामान्य बुखार के लिए यह बेहद अच्छी प्रक्रिया है जो तापमान को बढ़ने नहीं देती।

तुलसी - Basil

तुलसी बुखार में शरीर के तापमान को कम करने में बहुत सहायक है। यह हर्ब बाजार में मौजूद अन्य एंटीबायोटिक्स (Antibiotics) की तरह ही कार्य करती है और प्रभावी भी है।

बुखार को ठीक करने के लिए तुलसी की बीस पत्ती और एक चम्मच कसा हुआ अदरक लेकर एक कप पानी में उबालें। ठंडा करके इसमें शहद मिलाएं और पी लें। इस विधि को दिन में दो बार करें।

तुलसी की पत्ती और काली मिर्च पाउडर को मिलाकर भी चाय बनाई जा सकती है जिससे शरीर का तापमान कम होता है। इस चाय को दिन में दो से तीन बार पी सकते हैं।

सेब साइडर सिरका - Apple Cider Vinegar

सेब साइडर सिरका भी बुखार के लिए बेहद सस्ती और प्रभावी दवा है। सेब साइडर सिरका बुखार को तेजी से कम करता है क्योंकि इसमें मौजूद एसिड गर्माहट को शरीर की त्वचा से बाहर कर देता है। साथ ही इसमें  मौजूद मिनरल शरीर को बुखार से दूर भी रखते हैं।

किसी कपड़े को एक भाग सिरका और दो भाग पानी लेकर उसमें भिगोएं। अतिरिक्त पानी को निचोड़ दें और इस पट्टी को माथे और पेट पर रखें। एक पट्टी पैर के तलवों पर भी रखी जा सकती है। जैसे ही कपड़ा गरम हो जाए, दोबारा सोल्यूशन में डुबाएं और प्रक्रिया को दोहराएं।

लहसुन - Garlic

लहसुन की गर्म तासीर भी शरीर में पसीना लाकर, शरीर का तापमान कम कर सकती है। यह शरीर से हानिकारक विषाक्त पदार्थों को भी बाहर निकालने में सहायक है। इतना ही नहीं लहसुन एंटीफंगल (antifungal) और एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरा है जो शरीर को इम्यूनिटी (Immunity) देता है।

लहसुन की एक कली को पीसकर गरम पानी में मिलाएं। 10 मिनट ढक कर रखें। पानी को छान लें और घूंट-घूंट करके धीरे-धीरे पीएं। एक दिन में इस पेय को दो बार पीएं। अगले ही दिन आप बुखार से राहत महसूस करेंगे।

दो चम्मच ओेलिव ऑयल (Olive Oil) में दो कली लहसुन की डालकर भूनें। इस तेल को ठंडा करके पैर के तलवों  में लगाएं।

किशमिश - Raisin

किशमिश शरीर के इंफेक्शन से लड़ने और बुखार से राहत देने की क्षमता रखती है। किशमिश में फीनोलिक सायेटोन्यूट्रीयेंट (Phenolic Phytonutrients) और एंटीऑक्सीडेंट (Antioxident) गुण होते हैं।

आधे कप पानी में एक घंटे के लिए 25 किशमिश भिगााएं, जब तक कि किशमिश नरम हो जाएं। किशमिश को पानी के अंदर ही मसल दें और पानी को छानकर अलग कर लें। इस जूस में आधे नींबू का रस मिलाएं। मित्रण को एक दिन में दो बार पीएं।

अदरक - Ginger

अदरक में शरीर के तापमान को नियंत्रित करने के गुण होते हैं। यूं भी अदरक प्राकृतिक रूप से एंटी वायरल (Anti Viral) और एंटीबैक्टीरियल (Anti Becterial) एजेंट से भरपूर होता है।

पानी में अदरक डालकर उबालें और उसे ठंडा करके छानकर उसमें, शहद मिलाकर पी लें। इस तरह से बनी चाय को दिन में तीन से चार बार पिया जा सकता है।

डेढ़ चम्मच अदरक का रस, एक चम्मच नींबू का रस (Lemon Juice) और एक बड़ी चम्मच शहद मिलाकर इस मिक्सचर को पिएं। इस मित्रण को भी दिन में तीन से चार बर लिया जा सकता है।

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in