त्वचा की देखभाल - Skin Care tips in Hindi

त्वचा की देखभाल - Skin Care tips in Hindi

त्वचा हमारे शरीर को सम्पूर्ण रूप से ढकती है और अंदरुनी ऊतकों की सुरक्षा करती है। यह हमारे शरीर सबसे बड़ा भाग है। त्वचा में ग्रन्थियां होती हैं। इसके अलावा बाल और नाख़ून भी इसके मुख्य भाग हैं।

त्वचा की रचना - Structure of the Skin

त्वचा के तीन मुख्य भाग होते है:

  • बाहरी त्वचा
  • वास्तविक त्वचा
  • अर्द्धसत्वचीय

त्वचा की देखभाल के लिए क्या करे - How to care Skin in Hindi

  • त्वचा के रखरखाव में सबसे पहला और महत्वपूर्ण कार्य त्वचा की सफाई का होता है।
  • ज्यादा गरम पानी के बजाय गुनगुने पानी का प्रयोग त्वचा को कोमल रखने में मदद करता है।
  • हफ्ते में 2 बार अपने चेहरे और शरीर की त्वचा को सौम्य स्क्रब से साफ करिए, जिससे कि मृत और झुर्रीदार दिखती त्वचा साफ हो जाए।
  • घूप में जाते समय धूप का चश्मा जरूर पहनें।
  • रात्रि में सोने से पहले अपने चेहरे को हल्के पानी से साफ करें।

आयुर्वेद का सिद्धांत समग्र दृष्टिकोण का है, इसलिए इस पद्धति के अनुसार हमारी त्वचा पर हमारे खान पान का सीधे तौर पर असर पड़ता है। अतः ऊपरी देखभाल के साथ-साथ हमें अंदर से भी अपनी त्वचा के प्रकार के अनुसार त्वचा को सही प्रकार से प्रभावित करने वाले तत्वों का उपयोग अपने खाने पीने में करना चाहिए।

आयुर्वेद में त्वचा की देखभाल त्वचा के प्रकार पर निर्भर करता है। आयुर्वेद के त्रिदोष सिद्धांत के अनुसार त्वचा तीन प्रकार की होती है: वात त्वचा (Vata skin), पित्त त्वचा (Pitta skin), कफ त्वचा (Kapha skin)। त्वचा के तीनों प्रकारों की देखभाल के लिए टिप्स निम्नलिखित हैं:-

कफ त्वचा की देखभाल - Kapha Skin Care

इस प्रकार की त्वचा में पानी और मिट्टी दोनों की विशेषतायें होती हैं। यह तैलीय, मोटी, पीले रंग की, मुलायम प्रकार की त्वचा है और इस प्रकार की त्वचा पर धूप का असर कम होता है।

तैलीय और मोटी होने के कारण इस प्रकार की त्वचा को नियमित तौर पर डिटॉक्सीफिकेशन (detoxification) की ज़रूरत रहती है।

आयुर्वेद के अनुसार क्या खायें - Ayurvedic Diet Tips for Kapha Skin

  • अगर आपकी त्वचा का प्रकार कफ है तो आपको कड़वा कसैले और तीखे स्वाद वाले खाद्य पदर्थो का सेवन करना चाहिए।
  • मीठे और तले हुए खाद्य पदार्थो से बचे क्योंकि यह त्वचा का तैलीयपन बढ़ाते हैं ।
  • कम तेल वाले, हल्के, मसालेदार, खाद्य पदार्थो का ज्यादा सेवन करें।
  • फ़ल और सब्जियों में एस्परैगस (Asparagus), बीट, ब्रोकोली, बंदगोभी (Brussel Sprout), गाजर, अजवाइन, मटर, बैंगन, सलाद, घंटी मिर्च, मूली, पालक, तोरी, सेब, खुबानी, नाशपाती, जामुन, चेरी, आड़ू, सूखे फल, पपीता, क्रैनबेरी (Cranberries), अनार का ज्यादा सेवन करें।
  • पेय पदार्थ में गर्म पेय, हर्बल और मसाला चाय, फल और सब्जियों के रस का सेवन करें।

पित्त त्वचा की देखभाल - Pitta Skin Care

इस प्रकार की त्वचा संवेदनशील, मुलायम, गर्म और मध्यम मोटाई की होती है। पित्त त्वचा पर अन्य प्रकार की त्वचाओं के मुकाबले झाइयां आसानी से पड़ जाती हैं। पित्त त्वचा को ठंडक और पोषण दोनों की ज़रुरत होती है।

आयुर्वेद के अनुसार क्या खायें - Ayurvedic Diet Tips for Pitta Skin in Hindi

  • अगर आपकी त्वचा का प्रकार पित्त है तो आपको मीठा, रसदार फलों में पाया जाने वाला मीठा कड़वा और कसैले स्वाद वाले खाद्य पदार्थ अच्छे लगते होंगे।
  • ठंडे मीठे और रसदार खाद्य पदार्थ का ज्यादा सेवन करें।
  • फ़ल और सब्जियों में शिमला मिर्च, ब्रोकोली, अंकुरित अनाज, गोभी, फूलगोभी, अजवाइन, मक्का, ककड़ी, सलाद, मशरूम, मटर, चुकंदर, आलू, स्क्वैश, तोरी, सेब, केला, खजूर, नारियल, अंगूर, लीची, आम, तरबूज, अनार आदि का उपयोग करें।
  • पेय पदार्थ में ठंडे पेय, दूध, पानी, नारियल का दूध, फल और सब्जियों के रस का ज्यादा सेवन करें।

वात त्वचा की देखभाल - Vata Skin Care in Hindi

इस प्रकार की त्वचा पतली, नाजुक, रूखी होती है। वात त्वचा जल्दी से अपनी नमी छोड़ देती है और छूने पर ठंडी प्रतीत होती है। इस प्रकार की त्वचा पर अगर ध्यान न दिया जाये तो इस पर झुर्रियां जल्द पड़ती हैं।

वात त्वचा पतली, नाजुक, रूखी और इस पर झुर्रियां जल्द पड़ती हैं इसलिए इस प्रकार की त्वचा की देखभाल के लिए जिन पदार्थो का प्रयोग किया जाये वह त्वचा को भरपूर पोषण देने में सक्षम होने चाहिए। रूखेपन और झुर्रियों से बचने के लिए तेल और जड़ी बूटियों को मिला कर प्रयोग करना चाहिए। तेल रूखेपन के लिए और जड़ी बूटियां पोषण देने के लिए होती है।

अगर आपकी त्वचा, वात त्वचा प्रकार की है तो अनुशासन से सही समय पर सोने का, सही समय पर सही खाना खाने का और एक नियमित दिनचर्या का पालन करने से त्वचा पर निखार बना रहता है। गुनगुने तेल से हर रोज मालिश करने से शरीर में रक्त संचार अच्छा होता है।

आयुर्वेद के अनुसार क्या खायें - Ayurvedic Diet Tips for Vata Skin in Hindi

  • गर्म, भारी, नम, मीठे खाद्य पदार्थ का ज्यादा सेवन करें।
  • फ़ल और सब्जियों में गाजर, बैंगन, लौकी, जैतून, कद्दू, मूली, शकरकंद,पालक, तोरी, खुबानी, केला, चेरी, ताजा अंजीर, आड़ू, खट्टे फल, खजूर, आम, पपीता, अंगूर, जामुन, अनानास, प्लम का उपयोग करें ।
  • पेय पदार्थ में गर्म पेय पदार्थ, हर्बल या मसालेदार चाय, गर्म दूध,बर्फ के बिना फल और सब्जी के रस का प्रयोग करें।

त्वचा की देखभाल के लिए टिप्स - Ways to care for your Skin in Hindi

1. बादाम खाएं :

बादाम में विटामिन-ई भरपूर मात्रा में होता है जो एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है और शरीर की त्वचा पर सूरज से पड़ने वाली यू.वी किरणों से त्वचा को बचाता है।

2. गाजर का सेवन भी है अच्छा :

गाजर में विटामिन-ए मौजूद होता है। गाजर के सेवन से शरीर की त्वचा निखरती है। यह शरीर की त्वचा की बाहरी परत की कोशिकाओं को पोषक तत्व प्रदान करती है।

3. डार्क चॉकलेट भी रखेगी हेल्थी :

डार्क चॉकलेट शरीर की त्वचा के लिए फायदेमंद होती है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स पाएं जाते हैं जो शरीर की त्वचा को रूखा होने से बचाते हैं। साथ ही सूरज से पड़ने वाली किरणों से भी सुरक्षा मिलती है।

4. ग्रीन टी :

ग्रीन टी के कई फायदे होते हैं उनमें से एक इसके सेवन से स्किन कैंसर से बचाव है। इसमें कई प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो शरीर की त्वचा के लिए फायदेमंद होते हैं। ग्रीन टी का सेवन करके या इसे फेशल, स्क्रबिंग, स्टीम आदि के द्वारा भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

5. अन्य टिप्स :

धूम्रपान, शराब का सेवन छोड़ दें। खूब पानी पिएं और नींद पूरी लें। रोज़ाना सुबह प्राणायाम करें। शरीर की त्वचा को रोज़ मॉइस्चराइज करें। धूप में निकलने से पहले शरीर को कपड़ों से ढक लें। सनग्लासेस व सनस्क्रीन का प्रयोग करें। यदि आपका त्वचा का रोग सही नहीं हो रहा है तो समय पर डॉक्टर से परामर्श लें।

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