आंखों के उपर धनुष के आकार में मोटे और मुलायम बालों की परत को भौंह कहते हैं। भौंह आंखों के अंदर पसीना, धूल, पानी और अवांछित चीजों को गिरने से रोकने का काम करते हैं। भौंह आंखों की नमी को भी बचा कर रखते हैं।
चेहरे पर मन के अंदर के क्या हाव-भाव चल रहे हैं इसका पता आंखों से ही चलता है और भौंह से चेहरे की अभिव्यक्ति का। पुरुष और महिला दोनों आंखों की सुंदरता बढ़ाने के लिए भौंह की मेकअप करते हैं।
चेहरे की सुंदरता में भौंह की भूमिका अहम होती है। इसके लिए कोई भौंहों से बालों को निकलवाता है, कोई थ्रेडिंग करवाता है तो कोई पियर्सिंग। महिलायें भौंहों के मेकअप पर ज्यादा ध्यान देती हैं। ज्यादातर तो भौंहों की वैक्सिंग और ट्रिमिंग महीने में एक बार जरूर कराती है।
भौंह चेहरे की अभिव्यक्ति के साथ आपके बदलते मूड का भी संकेत देता है। कहावत ही है गुस्से में भृकुटी तन जाती है। लोगों के मूड का पता भौंह से आसानी से लगाया जा सकता है।
भौंह आंख को सूर्य की रोशनी, तेज धूप और पराबैंगनी किरणों से बचाता है।
भौंह काफी संवेदनशील होता है। यह आंखों के अंदर डैंड्रफ(रुसी), कीड़े-फतींगे को गिरने से रोकने का काम करता है।
भौंह की बालों को शेप देने के लिए वैक्सिंग सबसे कॉमन तरीका है। कई महिलाएं भौंह की बालों का रंग भी बदलती रहती है। भौंह को सही आकार देने के लिए कभी-कभी भौंह का स्थान भी कॉस्मेटिक सर्जरी के जरिए बदला जाता है। वैक्सिंग,थ्रेडिंग और इलेक्ट्रॉनिंग ट्विजिंग भौंह के शेप में बदलाव और भौंह के मेकअप के कॉमन तरीके हैं। ट्विजर के जरिए भौंह को पतला बनाया जाता है।
थ्रेडिंग के जरिए भौंह से बालों को निकाल कर शेप दिया जाता है। भौंह से बालों को हटा कर शेप देने की इस सभी प्रक्रिया में काफी दर्द होता है।