जानें गर्भवती माँ का एम्नियोटिक फ्लूइड चेकउप - Amniocentesis in Hindi

जानें गर्भवती माँ का एम्नियोटिक फ्लूइड चेकउप - Amniocentesis in Hindi

एम्नियोसेन्टेसिस (Amniocentesis) जन्म से पूर्व एम्नियोटिक फ्लूइड की जांच से सम्बंधित एक टेस्ट है। एम्नियोटिक फ्लूइड (Amniotic fluid) गर्भाशय में पल रहे बच्चे के चारों ओर होता हैं। एक छोटी सुई से इस फ्लूइड का नमूना निकाल लेते हैं। इस परीक्षण से बच्चे में जन्‍मजात कमियों और विकृतियों का पता लगाता है।

एम्नियोसेन्टेसिस (Amniocentesis) टेस्ट क्यों किया जाता है?

एम्नियोसेन्टेसिस (Amniocentesis) कुछ खास तरह के जन्मजात दोषो जैसे की का पता लगाने की लिए डाउन सिंड्रोम (Down syndrome) टेस्ट किया जाता है। डाउन सिंड्रोम एक आनुवांशिक विसंगति है जो बच्चे के सामान्य शारीरिक विकास को प्रभावित करती है और सीखने में हल्की से मध्यम परेशानियों का कारण बनती है।

यह स्थिति बच्चे के गर्भ में रहने के दौरान ही बन जाती है और इससे ग्रस्त करीब 15 प्रतिशत बच्चे पहले साल के दौरान ही मौत का शिकार हो जाते हैं। क्योकि इस टेस्ट में गर्भवति महिला और उसके बच्चे दोनों को थोड़ा खतरा होता है इसलिए यह टेस्ट जब अति आवश्यक तभी कराया जाता है।

एम्नियोसेन्टेसिस परीक्षण में जोखिम - Risk of Amniocentesis Test in Hindi

  • एम्नियोटिक फ्लूइड में रिसाव या संक्रमण
  • सुई बच्चे को लगना
  • समय से पूर्व प्रसव
  • गर्भपात
  • जांच के बाद (Amniocentesis Test):
  • घर में आराम करें।
  • अच्छी मात्र में पेयपदार्थ लें।
  • यदि आपको दर्द या ऐंठन महसूस हो तो बायीं करवट लेट जाएं।
  • डॉक्टर से फौरन बात करें यदि :
  • कोई दर्द या अत्यधिक चुभन हो।
  • योनि से स्राव हो रहा हो।
  • योनि से खून जा रहा हो।
  • बुखार हो।
  • यदि गर्भस्थ शिशु कम सक्रिय लग रहा हो।
  • या अन्य कोई बात हो।

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