पीले दांत - Yellow teeth in Hindi

पीले दांत - Yellow teeth in Hindi

दांत सिर्फ हमें भोजन चबाने में ही मदद नहीं करते, बल्कि हमारे व्यक्तित्व को भी प्रभावित करते हैं साफ, स्वस्थ व सुंदर दांत चेहरे का आकर्षण होते हैं। लेकिन अगर दांत पीले हो  तो यह शर्मिंदगी का भी कारण बन सकते हैं।  

दांतो का पीलापन के बारे में - Yellow Teeth​ in Hindi

दांतों का पीलापन आज के समय में एक आम समस्या है। पीले दांतों के कारण न सिर्फ चेहरे की खूबसूरती प्रभावित होती है, बल्कि आत्मविश्वास में भी कमी आती है। दांतों के प्रति बरती जाने वाली लापरवाही कई बीमारियों को आमंत्रित करती हैं। दांतों की नियमित सफाई न करना पीलेपन का कारण हो सकता है विटामिन डी की कमी दांतों की चमक खत्म कर देती है 

पीले दांत के लक्षण - Yellow Teeth Symptoms in Hindi

  • पीले दाँत

पीले दांत के कारण - Yellow Teeth Causes in Hindi

दांतों में पीलापन आना हमारे गलत रहन-सहन के कारण तो कई बार साफ-सफाई ना रखने के कारण होता है। कुछ अन्य कारण भी हैं  जिनके कारण दांत पीले होते हैं, जैसे: 

  • तंबाकू, गुटका, शराब आदि के ज्यादा सेवन करने से दांत पीले हो सकते हैं। 
  • कुछ लोगों में उम्र बढ़ने के साथ-साथ दांतों पर प्लैक की परत चढ़ती जाती है इससे भी दांत पीले दिखने लगते हैं। 
  • ज्यादा मात्र में चाय, कॉफी और कोल्ड ड्रिंक का सेवन करने से भी दांत पीले होने लगते हैं। 
  • फ्लोरोसिस : देश के कई शहरों के पानी में फ्लोराइड की मात्रा अधिक होने के कारण दांतों का रंग बदरंग हो जाता है। उनमें ऊपर पीले एवं सफेद चिकत्ते दिखाई पड़ते हैं। 

पीले दाँत का इलाज - Yellow Teeth Treatment in Hindi

अगर दांतों को साफ करने के बाद भी दांतों से पीलापन ना जाए तो निम्न उपचार अपनाने चाहिए:

  • व्हाइट्नर, शाइनर और विशेष केमिकल्स के जरिये दांतों की चमक आसानी से लौटाई जा सकती है।
  • डेंटल ब्लीचिंग से दांतों का पीलापन, पीले-लाल धब्बे, गुटका, तंबाकू आदि के दाग आसानी से खत्म किए जा सकते हैं।
  • पीले दांतों को सफेद करने का घरेलू उपचार, बेकिंग सोडा है। गरम पानी में बेकिंग सोडा मिला कर उससे कुल्ला (Gargle) करें। जब मुंह से पानी बाहर निकालें तब अपने दांतों को उंगलियों से रगड़ें, इससे दांत चमक जाएंगे।
  • दांतों को स्वस्थ रखने के लिए फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट और मुलायम ब्रश से दिन में दो बार दांत साफ करने की आदत डालें।
  • इसके साथ जीभ की सफाई भी करें, क्योंकि बैक्टीरिया ज्यादातर यहीं पनपते हैं।
  • दिन में एक बार फ्लॉस भी करें। इससे दांतों के बीच फंसे भोजन के टुकड़े निकल जाते हैं।
  • अधिक गर्म चीजें न खाएं।
  • ज्यादा कड़क ब्रिसल वाले ब्रश से दांत साफ न करें।
  • माँसाहारी खाना खाने के बाद कुल्ला जरूर करें। इससे दांतों में फंसे रेशे भी निकल जाएंगे और गंध भी।
  • दांतों में तकलीफ न हो, तब भी साल में एक बार दांतों का चेकअप जरूर कराएं।
  • कुछ भी खाने-पीने के बाद साफ पानी से कुल्ला करें।
  • ज्यादा पुराना ब्रश मसूड़ों और दांतों को नुकसान पहुंचा सकता है, इसलिए हर तीन महीने में ब्रश बदल लें।

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