स्कर्वी - Scurvy in Hindi

स्कर्वी - Scurvy in Hindi

यह रोग भोजन में विटामिन सी (Vitamin C) जिसे एस्कोर्बिक एसिड (Ascorbic acid) भी कहा जाता है, की कमी से होता है।  मनुष्यों में कोलाजेन के बनने और आयरन के अवशोषण के लिए विटामिन सी की आवश्यकता होती है जो कि हमें विभिन्न फलों और सब्जियों से मिलते हैं, लेकिन विटामिन सी की कमी होने से शरीर में रक्त की भी कमी हो जाती है।

बच्चों में स्कर्वी - Scurvy in Kids

विटामिन सी की कमी होने से सबसे ज्यादा प्रभावित गर्भ में पल रहा शिशु होता है। विशेषज्ञों की मानें तो यदि महिला में विटामिन सी की कमी हो तो बच्चे का दिमाग पूरी तरह विकसित नहीं हो पाता है। विटामिन सी की कमी होने पर व्यक्ति में खून की कमी हो जाती है। कई बार शरीर के कुछ हिस्सों में सूजन भी आ जाती है। व्यक्ति के दांत भी टूट सकते हैं और मसूडों में अल्सर होने की शिकायत भी हो सकती है।

हालांकि स्कर्वी बहुत कम देखने को मिलती है फिर भी बुजुर्गों, ज्यादा एल्कोहल लेने वालों और ऐसे लोगों या बच्चों में होने की संभावना रहती है जिनकी डाइट में फल और सब्जियों की मात्रा कम होती है। स्कर्वी रोग होने से ब्लड वैसेल, त्वचा और रोगों को ठीक करने की क्षमता कमजोर होती है।

स्कर्वी के लक्षण - Scurvy Symptoms in Hindi

  • पैरालायसिस जैसा महसूस करना
  • मसूड़ों में खून आना
  • वजन का न बढ़ना
  • सूखे और दो मुंहें बाल
  • स्किन डिस्ऑर्डर

स्कर्वी के कारण - Scurvy Causes in Hindi

स्कर्वी का पहला कारण भोजन में पर्याप्त विटामिन सी (Deficiency of Vitamin C) का न होना या शरीर को पर्याप्त विटामिन सी न मिलना है। इसके अलावा शरीर पर पर्याप्त ध्यान न देना या सम्पूर्ण भोजन न करने की वजह से भी यह रोग हो सकता है।

विटामिन सी की कमी सबसे पहले समुद्र के जरिये व्यापार करने वाले व्यापारियों में देखने को मिला था जो लंबे समय तक घर से बाहर रहते थे और उन्हें प्रॉपर खाना नहीं मिल पाता था। विटामिन सी पानी में घुलनशील है यानि शरीर न तो इसे बनाता है और न ही स्टोर करके रखता है इसलिए बेहतर स्वास्थ्य के लिए समय समय पर इसका शरीर में पहुंचना जरूरी है। अन्य कारण जिनसे स्कर्वी रोग हो सकता है, निम्नलिखित हैं-

  • बच्चों को गाय का दूध ठीक तरह से उबालकर न पिलाने से भी स्कर्वी हो सकता है। 
  • खाने में फल और सब्जियों की प्रचुर मात्रा न होने पर विटामीन सी शरीर को नहीं मिल पाता। 
  • धूम्रपान या शराब का ज्यादा सेवन करने पर भी इस रोग से खतरा रहता है। 
  • गर्भवती होने के दौरान खाने पीने का ध्यान न रखने पर भी स्कर्वी हो सकता है। 

स्कर्वी का इलाज - Scurvy Treatment in Hindi

यदि आपको शक हो कि आपको स्कर्वी रोग है तो तुरंत चिकित्सक को दिखाएं। डॉक्टर आपके रक्त की जांच करेगा और रोग से संबंधित कुछ सवाल पूछेगा। यह बहुत जरूरी है कि डॉक्टर द्वारा बताए गए दिशा निर्देशों का पालन किया जाए और बताई गई दवाओं को भी नियमित समय पर खाया जाए। 

इसके उपचार के दौरान आपके शरीर में विटामिन सी की मात्रा को नॉर्मल किया जाता है। आपके लिए विटामिन सी की प्रचुर मात्रा से संबंधित जानकारी डॉक्टर, आपकी उम्र, जेंडर और आपके स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर देगा। इसी के अनुसार आपको अपना डाइट चार्ट बनाना होगा।

बहुत सी चीजें हैं जिनका ध्यान रखकर स्कर्वी होने से बचा जा सकता है या स्कर्वी होने के खतरे को कम किया जा सकता है।

  • ध्यान रहे कि डाइट में विटामिन सी की प्रचुर मात्रा हो जिसमें, बेरी, खटटे रसीले फल जैसे नींबू, मौसमी, संतरा आदि , हरी मिर्च, हरी पत्तेदार सब्जियां, तरबूज और खरबूज आदि शामिल हों।
  • डाइट में कई तरह के पौष्टिक चीजें शामिल होनी चाहिए, जिससे शरीर को संपूर्ण विटामिन मिल सकें।
  • धूम्रपान को छोड़ना

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