यह रोग भोजन में विटामिन सी (Vitamin C) जिसे एस्कोर्बिक एसिड (Ascorbic acid) भी कहा जाता है, की कमी से होता है। मनुष्यों में कोलाजेन के बनने और आयरन के अवशोषण के लिए विटामिन सी की आवश्यकता होती है जो कि हमें विभिन्न फलों और सब्जियों से मिलते हैं, लेकिन विटामिन सी की कमी होने से शरीर में रक्त की भी कमी हो जाती है।
विटामिन सी की कमी होने से सबसे ज्यादा प्रभावित गर्भ में पल रहा शिशु होता है। विशेषज्ञों की मानें तो यदि महिला में विटामिन सी की कमी हो तो बच्चे का दिमाग पूरी तरह विकसित नहीं हो पाता है। विटामिन सी की कमी होने पर व्यक्ति में खून की कमी हो जाती है। कई बार शरीर के कुछ हिस्सों में सूजन भी आ जाती है। व्यक्ति के दांत भी टूट सकते हैं और मसूडों में अल्सर होने की शिकायत भी हो सकती है।
हालांकि स्कर्वी बहुत कम देखने को मिलती है फिर भी बुजुर्गों, ज्यादा एल्कोहल लेने वालों और ऐसे लोगों या बच्चों में होने की संभावना रहती है जिनकी डाइट में फल और सब्जियों की मात्रा कम होती है। स्कर्वी रोग होने से ब्लड वैसेल, त्वचा और रोगों को ठीक करने की क्षमता कमजोर होती है।
स्कर्वी का पहला कारण भोजन में पर्याप्त विटामिन सी (Deficiency of Vitamin C) का न होना या शरीर को पर्याप्त विटामिन सी न मिलना है। इसके अलावा शरीर पर पर्याप्त ध्यान न देना या सम्पूर्ण भोजन न करने की वजह से भी यह रोग हो सकता है।
विटामिन सी की कमी सबसे पहले समुद्र के जरिये व्यापार करने वाले व्यापारियों में देखने को मिला था जो लंबे समय तक घर से बाहर रहते थे और उन्हें प्रॉपर खाना नहीं मिल पाता था। विटामिन सी पानी में घुलनशील है यानि शरीर न तो इसे बनाता है और न ही स्टोर करके रखता है इसलिए बेहतर स्वास्थ्य के लिए समय समय पर इसका शरीर में पहुंचना जरूरी है। अन्य कारण जिनसे स्कर्वी रोग हो सकता है, निम्नलिखित हैं-
यदि आपको शक हो कि आपको स्कर्वी रोग है तो तुरंत चिकित्सक को दिखाएं। डॉक्टर आपके रक्त की जांच करेगा और रोग से संबंधित कुछ सवाल पूछेगा। यह बहुत जरूरी है कि डॉक्टर द्वारा बताए गए दिशा निर्देशों का पालन किया जाए और बताई गई दवाओं को भी नियमित समय पर खाया जाए।
इसके उपचार के दौरान आपके शरीर में विटामिन सी की मात्रा को नॉर्मल किया जाता है। आपके लिए विटामिन सी की प्रचुर मात्रा से संबंधित जानकारी डॉक्टर, आपकी उम्र, जेंडर और आपके स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर देगा। इसी के अनुसार आपको अपना डाइट चार्ट बनाना होगा।
बहुत सी चीजें हैं जिनका ध्यान रखकर स्कर्वी होने से बचा जा सकता है या स्कर्वी होने के खतरे को कम किया जा सकता है।