मांसपेशियों में दर्द - Muscle Pain in Hindi

मांसपेशियों में दर्द - Muscle Pain in Hindi

आज की व्यस्त और भाग-दौड़ भरी जिंदगी में मांसपेशियों में दर्द (Muscle Pain) एक आम समस्या है। युवाओं में यह समस्या तेजी से बढ़ रही है। यह दर्द कुछ लोगों को कभी-कभी सताता है, जबकि ज्यादातर लोग इससे स्थायी रूप से परेशान रहते हैं। मांसपेशियों का दर्द किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है।

मांसपेशियों का दर्द - About Muscle Pain in Hindi 

मांसपेशियों में खिंचाव या झटका लगने से वो सिकुड़ जाती हैं, जिससे उनमें रक्त प्रवाह ठीक से नहीं हो पाता और दर्द महसूस होता है। सही तरीके से दर्द वाली जगह पर मसाज करने से रक्त प्रवाह में सुधार होता है और दर्द से राहत मिलती है। कोई चीज पकड़ते या उठाते हुए, सीढ़ियां चढ़ते हुए या फिर तेज भागने से मांसपेशियां खिंच सकती हैं जो दर्द का कारण बनती हैं। मांसपेशियों का ये खिंचाव हाथ, पैर, जोड़ों या पीठ में कभी भी हो सकता है।

इस उम्र में रहें सावधान - Risk of Muscle Pain in Hindi

वैसे तो मांसपेशियों का दर्द किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है, लेकिन तीस से चालीस वर्ष की आयुवर्ग के युवा इसकी चपेट में तेजी से आ रहे हैं। इसका सबसे बड़ा कारण है कि काम की वजह से उन्हें बार-बार उठना, बैठना, झुकना या सामान उतारना और रखना होता है। 

मांसपेशियों में दर्द के लक्षण - Muscle Pain Symptoms in Hindi

शारीरिक कमजोरी खास कर मांसपेशियों की, नींद न आना

मांसपेशियों में दर्द का कारण - Causes of Muscle Pain in Hindi

  • अनियमित जीवन शैली और गलत खान-पान इस समस्या का सबसे बड़ा कारण है।
  • शारीरिक परिश्रम या कठोर श्रम के कारण तनाव, थकान या मांसपेशियों में चोट, इन्फ्लूएंजा, लाइम डिसीज, मलेरिया, डेंगू, मांसपेशी का फोड़ा तथा संक्रमण की वजह से भी दर्द हो सकता है।
  • इलेक्ट्रोलाइट का असंतुलन जैसे-पोटैशियम या कैल्शियम की मात्रा बहुत कम होना भी इसका कारण हो सकता है।

मांसपेशियों में दर्द का इलाज - Muscle Pain Treatment in Hindi

मांसपेशियों में दर्द होने पर सेंक और मालिश से आराम मिलता है। अगर इससे भी आराम ना मिले तो निम्न उपाय अपनाने चाहिए: 

मांसपेशियों में दर्द का इलाज - Treatment of Muscle Pain in Hindi

  • मांसपेशियों में दर्द हो तो थोड़ी चहलकदमी करें ।
  • गहरी सांस लें और दोनों हाथों को सीधा ऊपर उठाएं। यह प्रक्रिया कई बार दोहराएं। ऐसा करने से मांसपेशियों में रक्त प्रवाह में सुधार होता है, जिससे आप रिलैक्स महसूस करेंगे।
  • भोजन में दूध, ताज़ा फल, सब्जियां आदि पौष्टिक भोजन लेना चाहिए।
  • एक-दो घंटे तक कार्य करने के बाद थोड़ा आराम करें तथा टहलें।
  • एक ही स्थिति में लंबे समय तक बैठकर काम न करें।
  • मोटापे को नियंत्रित करें।
  • दिनचर्या सुधारें और दवाओं के उपयोग की जगह व्यायाम करें।
  • शराब तथा सिगरेट के सेवन से बचें। 
  • अत्यधिक तनाव और मांसपेशियों पर अधिक जोर डालने वाले कार्य न करें। 
  • फास्ट फूड का सेवन कम से कम करें।
  • जिम में प्रशिक्षित ट्रेनर की देख रेख में ही व्यायाम करें।
  • कोल्ड ड्रिंक का कम से कम सेवन करें, यह आपके शरीर के कैल्शियम को ठीक से पचने नहीं देता है।
  • खूब पानी पिएं, कैफीन उत्पादों और अल्कोहल के सेवन से बचें, क्योंकि इससे डिहाइड्रेशन (Dehydration) हो सकता है।
  • भारी-भरकम शारीरिक गतिविधियों के बाद मांसपेशियों को प्रोटीन की जरूरत होती है, ताकि शरीर में एनर्जी का स्तर बना रहे। ऐसे में प्रोटीनयुक्त नेचुरल खाद्य उत्पादों का सेवन करना चाहिए।

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