दही के सेवन से पाचन क्रिया सहज होती है और पित्त, कफ विकारों से मुक्ति मिलती है ! दही बलवर्धक, गुणकारी जलन को शांत करने वाली व उदर रोगों में लाभकारी होती है !
चेहरे के दाग धब्बे:-
दही को मथकर मक्खन निकालने के बाद जो शेष रहता है उसे छाज कहते हैं ! रोज रात को सोने से पहले छाज से चेहरे की मालिश कर मुंह धोने से कील-मुहासे दूर हो जाते हैं और त्वचा चिकनी और दाग-धब्बे दूर हो जाते हैं !
बाल झाड़ना:-
बालों में दही की मालिश करके बिना साबुन लगाए सिर धोने से बालों का झड़ना बंद हो जाता है और बाल काले और चमकीले बनते हैं!
खून का साफ होना:-
दही का नियमित रुप से प्रयोग करने से खून साफ होता है !
बेचैनी को दूर करने में सहायक:-
दही की लस्सी में भुना जीरा व सेंधा नमक मिलाकर पीने से गर्मी तथा बेचैनी दूर होती है !
चहरे के मुंहासे:-
नीम के पत्ते तथा सिरस की छाल 5-5 ग्राम पीसकर दही में मिलाकर चेहरे पर लेप लगाने से मुंह से चेहरे के मुहांसे ठीक हो जाते हैं !
पेट के कीड़े:-
बच्चों के पेट में कीड़े हो जाने पर छाज मे सौंफ और अजवायन पीसकर पिलाने से पेट के सारे कीड़े मर जाते हैं !
रंग निखार होना:-
बेसन में दही मिलाकर शरीर पर लेप करके कुछ देर बाद नहाने से त्वचा कोमल बनती है और सांवलापन दूर होकर रंग निखरता है !
पेट के रोग:-
रोज़ ताजा छाछ में नमक मिलाकर सुबह पीने से पेट संबंधी सारी बीमारियां दूर हो जाती है !
दस्त:-
दही के तोड़ का प्रयोग करने से दस्त बंद हो जाते हैं और यह दमा को भी शांत करता है !
आधासीसी:-
आधासीसी के दर्द में दही-चावल खाने से काफ़ी लाभ होता है !
आग से जलने पर:-
जले हुए हिस्से पर छाज में कपड़ा भिगोकर बांधने से जलन दूर होती है !
मुंह के छाले:-
दही की मलाई खाने और छालों पर लगाने से मुंह के छालों में आराम मिलता है !